बस्ती : न्यायिक अभिरक्षा में कारागार में निरुद्ध चल रहे सस्पेंड नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ल की पहली बार जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई। दोपहर बाद एनटी जेल परिसर में स्थापित वीसी रूम में दाखिल हुए। यहां पर डिप्टी जेलर की मौजूदगी में ऑनलाइन अन्य बंदियों की पेशी के बाद घनश्याम का नंबर आया तो मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी से वीसी के जरिए अपना व अपने पिता का नाम व पता बताया। इसके बाद सुनवाई पूरी हो गई। देर शाम अदालत से अगली सुनवाई की तारीख 20 दिसंबर मुकर्रर कर दी गई। गौरतलब है कि महिला अधिकारी के साथ दुष्कर्म के प्रयास और जानलेवा हमले की कोशिश के आरोप में कोतवाली पुलिस ने 27 नवंबर को एनटी घनश्याम गिरफ्तार कर पहले कोतवाली थाने में रखा गया। इसके बाद उसी दिन शाम को एसीजेएम प्रथम उमेश यादव की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर नायब तहसीलदार को जूडिशियल कस्टडी में आठ दिसंबर तक के लिए जेल भेज दिया गया था। शुक्रवार को उनकी पहली सुनवाई हुई।जमानत प्रार्थना पत्र को सुनवाई 11 को जेल में निरुद्ध एनटी की जमानत प्रार्थना-पत्र जिलाजज यहां दाखिल हो चुकी है। इस जनपद न्यायालय में सुनवाई 11 दिसंबर को होनी है। जमानत की पैरवी करने के लिए बचाव पक्ष के अधिवक्ता अपनी ओर दलील तैयार करने में जुटे हैं तो जमानत प्रार्थना पत्र का विरोध करने के लिए जिला शासकीय अधिवक्ता क्रिमिनल अपनी तैयारी लगे हुए है। इस हाई-प्रोफाइल केस की सुनवाई पर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं।
दैनिक शाक्य समाचार
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पुनीत कुमार शाक्य
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